
सोनभद्र खदान हादसा: मलबे से दो भाइयों समेत चार मजदूरों के शव बरामद
सोनभद्र जिले के ओबरा में पत्थर की खदान में चट्टान गिरने से बड़ा हादसा हुआ। पिछले 40 घंटे से बचाव अभियान लगातार चल रहा है। मलबे से चार और मजदूरों के शव मिले हैं। इससे हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या अब पांच हो गई है।इससे पहले रविवार रात भी एक शव बरामद हुआ था। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार मौके पर काम कर रही हैं और राहत-बचाव का काम अभी भी जारी है।
मलबे के नीचे और मजदूर फंसे होने की आशंका है। इसी वजह से बचाव टीमें तेजी से चट्टानें तोड़कर रास्ता बनाने और मलबा हटाने में लगी हुई हैं। राहत कार्य में सबसे बड़ी रुकावट एक बहुत बड़ी चट्टान थी, जिसे हटाने के बाद उम्मीद है कि फंसे मजदूरों की सही संख्या और उनकी स्थिति साफ हो जाएगी।
अब तक जिन मजदूरों के शव मिले हैं, उनमें पनारी गांव के कर्मसार टोला के इंद्रजीत यादव और उनके भाई संतोष यादव कोन के कचनरवा गांव के रविंद्र उर्फ नानक शामिल हैं। अमरेनिया गांव के राजू गोंड का शव रविवार तड़के ही मिला था। बाकी चार शव रात 11 बजे से सुबह 4 बजे के बीच बरामद हुए। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। मृतकों के परिवार वालों को भी रात में ही घटनास्थल से हटाकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया गया।
ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी खनन इलाके में स्थित श्री कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में शनिवार दोपहर ड्रिलिंग के दौरान अचानक चट्टान गिर गई। उस समय खदान में कई मजदूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वहां 15 से ज्यादा मजदूर मौजूद थे। हालांकि कई लोग समय रहते भागकर बच गए। हादसे के वक्त खदान में नौ कंप्रेशर मशीनों से ब्लास्टिंग के लिए छेद किए जा रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम, एसपी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया।
Updated on:
17 Nov 2025 06:43 pm
Published on:
17 Nov 2025 06:37 pm
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