
श्रीगंगानगर। लुधियाना में हाल ही में हुई मुठभेड़ में पकड़े गए आतंकी रामलाल तक हथियारों की सप्लाई का धागा श्रीगंगानगर से जुड़ने लगा है। कोतवाली पुलिस ने नाजायज पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ पकड़े गए श्रीविजयनगर क्षेत्र के 26 जीबी हरिपुरा निवासी राकेश उर्फ रॉकी नेहरा से पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। गुरुवार को अदालत में पेशी के बाद रॉकी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया, ताकि हथियारों की सप्लाई चेन की परतें खोली जा सकें। पुलिस पूछताछ में रॉकी ने स्वीकार किया कि उसके पास आई दो पिस्टल को उसका परिचित दीपक का साला अमित लेकर गया था। यही हथियार बाद में लुधियाना में पकड़े गए ताखरांवाली निवासी रामलाल को पहुंचाए गए। सामने आया कि अमित और रामलाल मौसेर भाई हैं तथा दोनों की जान-पहचान अजमेर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सचिन थापन की गैंग से जुड़े एक सदस्य के जरिए हुई थी। कोतवाली सीआई पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि बस स्टैंड पुलिस चौकी प्रभारी स्वर्ण सिंह की टीम ने रॉकी को जस्सासिंह मार्ग से गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार, पिछले सप्ताह लुधियाना में हुए मुठभेड़ में दो आतंकी घायल हुए थे, इनमें एक गांव ताखरांवाली निवासी रामलाल और दूसरा अबोहर क्षेत्र के गांव शेरेवाला निवासी दीपू था। जांच में यह भी सामने आया है कि मजदूरी करने वाला रामलाल पैसों के लालच में पाकिस्तानी हैंडलर जसवीर सिंह उर्फ चौधरी के संपर्क में आ गया था और हथियार सप्लाई नेटवर्क में सक्रिय भूमिका निभाने लगा था। पुलिस अब हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला के अन्य सिरों को जोड़ने में जुटी हुई है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
Published on:
28 Nov 2025 12:01 am
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