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Bisalpur Dam: बीसलपुर ने रचा इतिहास, 100 दिन पार और डेम में जारी जलधारा, पानी की सबसे ज्यादा निकासी का रिकॉर्ड भी टूटा

जयपुर शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध इस बार इतिहास रच दिया है। बांध आज 101वें दिन भी जमकर छलक रहा है। मानसून सीजन के बाद बांध के बंद हुए गेट फिर से खोलने पड़े हैं, वहीं देर रात पानी की आवक तेज होने पर बांध के खुले एक गेट की हाइट फिर से बढ़ानी पड़ी है।

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नवंबर में भी बीसलपुर डेम ओवरफ्लो, पत्रिका फोटो

Bisalpur Dam overflows: जयपुर शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध इस बार इतिहास रच दिया है। बांध आज 101वें दिन भी जमकर छलक रहा है। मानसून सीजन के बाद बांध के बंद हुए गेट फिर से खोलने पड़े हैं, वहीं देर रात पानी की आवक तेज होने पर बांध के खुले एक गेट की हाइट फिर से बढ़ानी पड़ी है। बीसलपुर बांध ने इस बार अब तक सर्वाधिक 135 टीएमसी पानी की निकासी का रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया है। बीती देर रात बांध के गेट संख्या 11 को अब एक मीटर हाइट तक खोला गया है और 6010 क्यूसेक प्रति सेकंड पानी की निकासी हो रही है।

101 ​वें दिन भी छलक रहा बांध

बीसलपुर बांध के गेट निर्माण के बाद पहली बार इस साल जुलाई माह में खोले गए। दक्षिण पश्चिमी मानसून के समय पूर्व आगमन के साथ ही बांध में पानी की बंपर आवक शुरु हुई और बांध के गेट खोलकर पानी की निकासी जल संसाधन विभाग ने शुरु की। बीसलपुर बांध में वर्ष 2019 में सर्वाधिक 64 दिनों तक ओवरफ्लो होने का रिकॉर्ड बना था,जो इस साल टूट चुका है। आज 101वें दिन भी बांध का एक गेट एक मीटर हाइट पर खुला है और प्रति सेकंड 6010 क्यूसेक पानी की निकासी नहरों में हो रही है।

सर्वाधिक पानी की निकासी का रिकॉर्ड भी टूटा

बीसलपुर बांध में इस साल अभी तक 137 टीएमसी पानी नहरों में छोड़ा जा चुका है। इससे पूर्व बीसलपुर बांध से सीजन में सर्वाधिक 135 टीएमसी पानी की निकासी का रिकॉर्ड रहा है। जल संसाधन विभाग के एक्सईएन मनीष बंसल के अनुसार त्रिवेणी में अब भी पानी का बहाव 2.90 मीटर से ज्यादा होने के कारण बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है।

बनास नदी में बजरी बनी मददगार

जल संसाधन विभाग के एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि बनास नदी में 10 से 12 मीटर तक बजरी जमा है और बजरी में जमा पानी अब बहकर त्रिवेणी होते हुए बीसलपुर बांध तक पहुंच रहा है और अगले 8 से 10 दिन तक बीसलपुर बांध में पानी की आवक जारी रहने की उम्मीद है। बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर है लेकिन बांध में पानी का दबाव नियंत्रित रखने के लिए पानी की निकासी करना आवश्यक है।

फैक्ट फाइल बीसलपुर बांध परियोजना

- बांध का 1985 में हुआ था शिलान्यास
- 1987 में बांध का शुरू हुआ निर्माण
- 1996 में बांध बनकर तैयार
- 832 करोड़ रुपए आई लागत
- जल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर
- कुल जल भराव क्षमता 38.708 टीएमसी पानी का होता है भराव

बीसलपुर बांध अब तक 8 बार ओवरफ्लो

2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खुले
2006 में दूसरी बार छलका बांध
2014 में तीसरी बार खोले गए गेट
2016 में भी बांध के खुले गेट
2019 में बांध के 17 गेट खोले
2022 में भी छलका बांध
2024 में सातवीं बार छलका डेम
2025 में डेम 8वीं बार छलका