
जिले के चार अस्पतालों को मिली थीं एंबुलेंस, मरम्मत नहीं होने से हो चुकी कबाड़, अस्पताल परिसर में कर दी गईं खड़ी
जिले के चार अस्पतालों को मिली थीं एंबुलेंस, मरम्मत नहीं होने से हो चुकी कबाड़, अस्पताल परिसर में कर दी गईं खड़ी
विधायक निधि से खरीदी गई एंबुलेंस कबाड़ हो चुकी हैं। मुश्किल से कुछ महीने सडक़ पर दौडऩे के बाद एम्बुलेंस अब अस्पताल परिसरों में खड़ी हैं। दूसरी ओर मरीजों को आज भी एम्बुलेंस के इंतजार में घंटों खड़ा रहना पड़ता है। कई बार 108 सेवा देर से पहुंचती है और गंभीर मरीजों की जान पर बन आती है।
वर्ष 2021-22 में जिले के चार स्वास्थ्य केंद्र मानपुर, पाली, चंदिया और नौरोजाबाद को स्थानीय विधायकों की विधायक विकास निधि से एक-एक एम्बुलेंस दी गई थी। प्रत्येक वाहन लगभग 20 लाख रुपए में क्रय किया गया था। इन वाहनों को मरीजों की आपातकालीन सेवा के लिए खरीदा गया था, लेकिन कुछ महीनों बाद ही ये गाडिय़ां खराब होकर खड़ी रह गईं। आज की स्थिति एंबुलेंस अस्पताल के पीछे धूल खा रही हैं। जब इस मामले में बांधवगढ़ विधायक शिवनारायण सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 2021-22 में विधायक निधि से एम्बुलेंस दी गई थी। बाद में शासन ने उन्हें 108 सेवा में मर्ज कर दिया। अब 108 के ठेकेदार की जिम्मेदारी है कि वे इन्हें चलाएं, लेकिन तालमेल की कमी से एम्बुलेंसें खड़ी हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वी.एस. चंदेल ने कहा कि इन एम्बुलेंसों को 108 सेवा को हैंडओवर कर दिया गया था। उन्हें चलाना ठेकेदार की जिम्मेदारी थी। 108 सेवा के नोडल अधिकारी के. सी. सोनी का कहना था कि मुझे जबरदस्ती नोडल अधिकारी बना दिया गया है आप सीएमएचओ से बात कीजिए।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय कोल ने कहा कि जनता के पैसे से जनता की सुविधा के लिए एम्बुलेंस खरीदी गई थीं। विधायकों ने वाहवाही तो खूब लूटी, गाडियां कबाड़ बन गईं तो कोई पूछने वाला नहीं। प्रशासन से मांग है कि सभी एम्बुलेंस की मरम्मत कराकर जल्द चालू किया जाए, ताकि लोगों को समय पर सुविधा मिल सके।
Published on:
25 Oct 2025 04:06 pm
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