
फोटो सोर्स- एक्स उन्नाव पुलिस
12 people of family reached CM residence to commit suicide लखनऊ स्थित आवास की तरफ बढ़ रहे एक परिवार के लोगों के हाव-भाव पुलिस को संदिग्ध लगे। छानबीन में उनके पास पेट्रोल मिला। यह देख पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। सभी को लेकर थाने आ गए और उनसे पूछताछ की गई। जानकारी हुई कि वे उन्नाव से आए हैं। उनकी शिकायत पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिसके बाद वे परिवार के साथ आत्मदाह करने आए हैं। जिसमें 6 नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। इस संबंध में उन्नाव पुलिस ने 'एक्स' पर बताया कि दबाव बनाने के लिए सभी लखनऊ गए हैं। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी कर रहे हैं। घटना उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र की है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र के लोणानी खेड़ा गांव निवासी कप्तान यादव अपने परिवार के 12 सदस्यों के साथ लखनऊ पहुंच गया। सभी खौफनाक घटना को अंजाम देने के लिए लखनऊ आए थे। लाल बत्ती चौराहे पर पुलिस चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान पुलिस की निगाह पैदल जा रहे ग्रुप पर पड़ी। तलाशी लेने पर पेट्रोल मिला। पूछताछ में कप्तान यादव ने पुलिस को बताया कि पड़ोस गांव के रहने वाले कुछ लोग उन्हें मारना चाहते हैं। एससी एसटी का मुकदमा लिखवा चुके हैं।
पीड़ित ने बताया कि उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी। जिसका उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसकी शिकायत उन्होंने उच्चाधिकारियों से भी की है। कप्तानी यादव ने थाने में दिए तहरीर में बताया कि बीते 21 नवंबर की शाम 4:00 बजे जिस समय वह खेत में काम करने के लिए गया था।
उनकी 16 साल की बेटी नदी की ओर गई थी। पड़ोस के गांव के रहने वाले रोहित यादव पुत्र प्रताप और सरोज यादव मौके पर मौजूद थे। दोनों ने उनकी बेटी को गलत नीयत से पकड़ लिया और जबरदस्ती करने लगे। विरोध करने पर प्राइवेट पार्ट पर हमला बोल दिया। शोर-शराबा सुनकर परिवार के साथ मौके पर गया तो दोनों आरोपी भाग निकले।
कप्तान यादव ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में गांव के ही रहने वाले जगदीश यादव को घटना की जानकारी दी। इसके बाद जगदीश यादव ने रोहित के बड़े भाई करण को फोन कर दिया। मौके पर माहिर पुत्र ताहिर और करण मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने उनकी बेटी के साथ धक्का-मुक्की की और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मारपीट की।
इस बीच कप्तान यादव की बेटियां शैलेंद्र, सोनी, शेरानी, मोनी मौके पर पहुंच गई। जिनके साथ मारपीट की गई। इस दौरान उनका मोबाइल भी गायब हो गया। उन्होंने डायल 112 पर फोन करके घटना की जानकारी दी। लेकिन पुलिस बिना किसी कार्रवाई के लौट गई। जबकि इस मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया कार्यवाही न करने से परिवार दहशत में है।
इस मामले को लेकर उन्नाव पुलिस ने 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जिसमें उन्होंने लिखा है कि लखनऊ गए व्यक्तियों के खिलाफ आसीवन थाना में एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसकी जांच क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वे दबाव बनाने के लिए लखनऊ गए हैं। लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है।
Published on:
23 Nov 2025 07:00 pm
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