बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में तैनात ऊंटों को लेकर आम लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या ये रिटायर होते है? अगर रिटायर भी होते भी है तो बाद में इनका क्या होता है? बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने मीडिया से बातचीत कर इन सभी सवालों का जबाव दिया।
उन्होंने बताया कि 16 साल के बाद ऊंट रिटायर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि रिटायर होने के बाद भी हम उन्हें छोड़ते नहीं हैं वे हमारे साथ ही रहते हैं। सरकार की पॉलिसी के अनुसार हम कोशिश करते हैं कि गांव वाले इन्हें अडोप्ट करें। उसकी कुछ शर्तें होती हैं। रिटायर इन ऊंटों ऐसे काम नहीं दिए जाते हैं जो वो नहीं कर सकते क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा होती है।
साथ ही डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि इन सब शर्तों को पूरा करने वालों से बांड लिखवाते हैं। सरपंच से लिखवाते हैं। इस शर्त के साथ उन्हें देते है कि हमारे जो वेटरनरी डॉक्टर हैं वे उनको वे चैक करेंगे। उनकी हैल्थ चैक करेंगे।
बीएसएफ के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि हमारे सेक्टर में अभी करीब 60 ऊंटों को अडॉप्ट करवाया गया है। एडाप्ट कराने के बाद भी उन पर हमारी निगरानी रहेगी। हमारे डाक्टर उन्हें चैक करते रहेंगे। ऊँट संरक्षण और सेवानिवृत्त ऊँटों के पुनर्वास के लिए ये सब किया जाता है।