ग्राम बोरखेड़ा के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वन अधिकार समिति द्वारा पट्टे दिलाने के नाम पर रुपए की मांग की जा रही है। मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे 11 ग्रामीणों ने लिखित शिकायत दी है। ग्रामीण संतोष जवानसिंह, गोरेलाल फूलसिंह, लक्ष्मण पिता गारदा आदि ने बताया कि उन्होंने वन अधिकार पट्टे के लिए आवेदन दिए थे। सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग द्वारा वन मंडलाधिकारी को इसका निराकरण करने के लिए पत्र प्रेषित किया था।
जांच दल द्वारा वन अधिकार समिति भिलाईखेड़ा के साथ जांच की गई थी। जांच समिति ने जान पहचान वाले लोगों से मिलकर भिलाईखेड़ा के आवेदन स्वीकार कर लिए, जबकि बोरखेड़ा खुर्द के आवेदन पेंडिंग रखे है। सभी दस्तावेज पेश करने के बाद भी पट्टे नहीं दिए जा रहे है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन अधिकार समिति द्वारा प्रत्येक आवेदक से एक-एक लाख रुपए की मांग की जा रही है। रुपए नहीं दिए जाने पर आवेदन खारिज करवाने की धमकी दे रहे है। ग्रामीणों ने मांग की है कि समिति द्वारा जो 10 आवेदन स्वीकार किए गए हैं, उसकी भी जांच की जाए।
अवैध शराब के कारण गांव में हो रहा विवाद
अहमदपुरखैगांव से आई महिलाओं ने अवैध शराब का कारोबार बंद कराने की मांग की। ग्रामीण महिला ज्योति, रानू, जयश्री, राजनंदनी आदि ने बताया कि गांव में अवैध कच्ची शराब की जमकर बिक्री हो रही है। अवैध शराब के कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। शराब के कारण दुर्घटनाएं भी हो रही है। गांव में घर-घर विवाद हो रहे है। शराब पीकर पति, बेटे घर में महिलाओं से मारपीट कर रहे है। महिलाओं ने अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने की मांग की।