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बारां जिले में अक्टूबर के महीने में हो रही बिन मौसम की बरसात ने न केवल लोगों को चकित कर रखा है, बल्कि किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है। यह समय फसल बुवाई का है। ऐसे में किसान आने पर खेतों में बीज बोने की तैयारी कर रहे हैं। कई ने सरसों आदि के बीज बो भी दिए है। पिछले दो-तीन दिन से हो रही बारिश उनकी मेहनत पर पानी फेर सकती है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 6 अक्टूबर को भी बारिश होने की संभावना जताई है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी बारिश, ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। खासतौर पर यह अलर्ट कोटा, बारां, झालावाड़ के लिए भी है। रविवार को शहर में सुबह धूप खिली, इसके बाद दोपहर को मौसम बदला और शहर सहित जिले में कई जगह झमाझम बारिश हुई।
अचानक हो रही बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया है जिससे खरीफ की फसल के खराब होने की आशंका है। रविवार को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी की मात्रा बढ़कर 77 प्रतिशत हो गई। इस बीच 16 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। मौसम बिगडऩे के बाद कृषि उपज मंडी में सूखने के लिए फैलाई गई मक्का को हम्मालो ने समेटना शुरु किया। लेकिन इसी दौरान बरसात होने से मक्का भीग गई।
जिले में अक्टूबर में हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को परेशानी में ला दिया है। ओलावृष्टि की वजह से फसलों के खराब होने की आशंका है। मौसम विभाग ने अपने अलर्ट में बताया है कि अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से भारी बारिश होने का अनुमान जाहिर किया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर पर बन रहे नमी वाले दबाव का असर पूरे देश के मौसम पर नजर आ रहा है। नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 5 से 7 अक्टूबर तक हल्की से लेकर मध्यम और भारी स्तर तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 8 अक्टूबर से अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मानसून की विदाई के बाद बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव से बारिश की संभावना बनी रहेगी। 7 अक्टूबर के बाद ही बारिश का सिलसिला थमेगा। अधिकतम तापमान में नहीं, लेकिन न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट देखी गई है। इससे रात में वातावरण ठंडा रहने लगा है। 7 अक्टूबर के बाद दिन में धूप और सुबह-शाम हल्की ठंड बढ़ेगी और अक्टूबर के अंत तक ठंड की शुरुआत होगी।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि आने वाले दो दिनों तक खेतों में नई बुवाई, कटाई या रासायनिक छिड़काव से बचें। यात्रियों और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को गरज-चमक के दौरान खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे खड़े होने से परहेज़ करने की हिदायत दी गई है।
Published on:
06 Oct 2025 03:31 pm
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