
MP News दिग्विजय बोले- बिहार में 62 लाख वोटर्स काटे, मप्र में 1.50 करोड़ नाम काटने की तैयारी (फोटो सोर्स : सोशल मीडिया)
MP News: राहुल गांधी के शनिवार को मप्र पहुंचने से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के मतदाता सूची के शुद्धिकरण यानी एसआइआर के खिलाफ मोर्चा तेज कर दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और एसआइआर निगरानी समिति प्रभारी सज्जन सिंह वर्मा ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। कांग्रेस नेताओं ने एक-एक कर एसआइआर को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
दिग्विजय सिंह ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि एसआइआर के जरिए जैसे बिहार में 62 लाख वोटर्स के नाम काटे गए। ठीक उसी प्रकार मप्र में 1.50 करोड़ नाम काटने का खाका तैयार किया जा रहा है। इस दौरान संगठन महामंत्री संजय कामले सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शैलेंद्र पटेल और जेपी धनोपिया सहित अन्य मौजूद रहे।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, हम एक भी देशभक्त का नाम नहीं कटने देंगे। भाजपा नाम कटने वालों को घुसपैठिया बता रही है। उन्होंने पूछा कि पलायन करने वाले प्रदेश के 28 लाख मजदूर क्या घुसपैठिए हैं। पटवारी ने कहा, इसके खिलाफ दिल्ली में 25 से 30 नवंबर तक महारैली होगी। इसमें प्रदेश के 50 हजार कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचेंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बारह राज्यों में 21 साल बाद एक साथ एसआइआर क्यों? हरियाणा में रात दो बजे वोट गायब और सुबह सात बजे भाजपा आगे, क्या इसे ब्राजील मॉडल कहते हैं।
प्रदेश में एसआइआर प्रक्रिया में कांग्रेस की ओर से बनी निगरानी समिति के प्रभारी पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 65 प्रतिशत पंचायतों में फॉर्म-18 नहीं पहुंचा। 28 हजार बीएलओ के मोबाइल नंबर गायब है। सात राज्यों में एक ही प्रिटिंग प्रेस से फर्जी फॉर्म छपवाए गए। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने रक्षा के लिए दस सूत्रीय वोट रक्षा अभियान शुरू कर रही है। उन्होंने कहा, चुनाव आयोग पूरी तरह भाजपा के प्रभाव में कार्य कर रहा है। शिकायतों के बावजूद भी प्रक्रिया में सुनवाई नहीं की जा रही है।
एसआइआर पर कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा, जनता को भ्रमित करने और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस निराधार आरोप लगा रही है। कांग्रेस नेता वोट बैंक की राजनीति के चलते पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। भाजपा किसी भी व्यक्ति के अधिकार छीनने के पूरी तरह से खिलाफ है। खंडेलवाल कहा, दिग्विजय सिंह का यह आरोप कि डेढ़ करोड़ नाम काटने की तैयारी है। यह पूरी तरह भ्रामक और आधारहीन है।
दिग्विजय और राहुल गांधी जैसे नेता बार-बार झूठ बोलकर चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं की साख को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा ने हमेशा लोकतंत्र का सम्मान किया है। जीत या हार, दोनों को गरिमा के साथ स्वीकार किया है। भारत की चुनाव प्रक्त्रिस्या पूरी तरह पारदर्शी है, और हर चरण में सभी दलों के प्रतिनिधि शामिल रहते हैं।
Published on:
09 Nov 2025 11:58 am
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