
पश्चिम क्षेत्र के एक स्थान से. तीनों सेनाओं के अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास ऑपरेशन त्रिशूल के अंतिम दिन बुधवार को रेगिस्तान में सेना की घातक बटालियन रुद्र ब्रिगेड ने च्अखंड प्रहारज् अभ्यास के दौरान दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को बला की गति से नेस्तनाबूद कर दिया। रेगिस्तानी क्षेत्र में इस ब्रिगेड के जांबाजों ने रौद्र रूप दिखाया मानो यह अभ्यास नहीं वास्तविकता में युद्ध का मैदान हो। अभ्यास में नई रणनीति व तकनीक देखने को मिली। नई पीढ़ी के स्वदेशी उपकरणों, ड्रोन और काउंटर-ड्रोन प्रणालियों ने भी दमखम दिखाया। मरुस्थलीय क्षेत्र में यथार्थ युद्ध परिस्थितियों में सभी हथियार वर्गों की ओर से युद्धाभ्यास किया गया, जिसमें मैकेनाइज्ड एवं इन्फैंट्री कॉलम्स, थार रैप्टर्स की एविएशन एसेट्स व भारतीय वायुसेना की सक्रिय भागीदारी रही। आर्मी कमांडर ने अभ्यास में भाग लेने वाले सैनिकों से संवाद किया तथा सुदर्शन चक्र कोर, सदर्न कमांड, एयरबोर्न फोर्सेस एवं भारतीय वायु सेना की सभी टुकडिय़ों और इकाइयों के उत्कृष्ट व्यावसायिक कौशल, त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता एवं परिचालनिक दक्षता की सराहना की।
रूद्र बिग्रेड के जवानों ने हर तरह के युद्ध के लिए अपने कौशल का प्रदर्शन किया। यह बटालियन इलेक्ट्रानिक वॉरफेयर और पारंपरिक युद्ध दोनों में महारथ रखती है। ऑपरेशन अखंड प्रहार भारतीय सेना की थल, वायु और तकनीकी क्षेत्रों में एकीकृत संचालन करने की क्षमता को प्रमाणित करने के लिए आयोजित किया गया। इस संयुक्त शस्त्र युद्धाभ्यास में समन्वय और वास्तविक समय युद्ध की रणनीति, तकनीक और प्रोसेस की प्रक्रिया में तत्काल बदलाव का अभ्यास किया गया। इस मौके पर बताया गया कि रुद्र ब्रिगेड उभरते युद्धक्षेत्र में बहु-क्षेत्रीय अभियानों में सफलता के लिए तैयार है। इसकी उपलब्धियां भारतीय सेना के नवाचार, आत्मनिर्भरता और परिचालन उत्कृष्टता पर बढ़ते ध्यान को दर्शाती है।
सदर्न कमांड के जनरल कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रुद्र ब्रिगेड एक संगठित सभी प्रकार के हथियारों से लैस बिग्रेड है। ऑपरेशन अखंड प्रहार के दौरान परिचालन रूप से प्रमाणित की गई है. यह पैदल सेना, बख्तरबंद, मॉडर्न हथियारों से लैस पैदल सेना और वायु रक्षा तोपखाने के संचालन को अंजाम देने के लिए पूरी तरह सुसज्जित है। उन्होंने कहा कि वे इस प्रदर्शन से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि 'रुद्र' महादेव या शिव का प्रतीक है, जो अपार शक्ति को दर्शाता है, जबकि प्रचंड का अर्थ है विशाल। इस अभ्यास के दौरान ब्रिगेड ने सटीक प्रचंड हमलों के माध्यम से अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
Published on:
12 Nov 2025 09:30 pm
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