
नीतीश कुमार के साथ NDA के विधायक (फोटो - JDU X handle)
CM Nitish: नीतीश कुमार ने गुरुवार को दसवीं बार बिहार (Bihar) के सीएम के तौर पर शपथ ली। नीतीश अब तक सबसे अधिक बार सीएम पद की शपथ लेने वाले नेता बन चुके हैं। इसके साथ ही, सियासी गलियारों में सवाल उठने लगा है कि वह कब तक सीएम पद पर बने रहेंगे? कहा जा रहा है कि बीजेपी 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव तक बिहार में नीतीश के लिए कोई दिक्कत नहीं होने वाली है, लेकिन चुनाव के बाद बीजेपी अपनी रणनीति बदल सकती है।
सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी, यूपी में चुनाव खत्म हो जाने के बाद बिहार पर फोकस करेगी। बीजेपी का मंसूबा है कि वह राज्य में अपना सीएम बनाए। गाहे -गाहे वह कई बार प्रयोग भी कर चुकी है, लेकिन पार्टी को हर बार मुंह की खानी पड़ी है, लेकिन अब नीतीश कुमार उम्र के ढलान पर हैं। इसके साथ ही उनका स्वास्थ्य भी रह-रहकर साथ छोड़ता है।
अगर बीजेपी यूपी में सत्ता में तीसरी बार वापसी करती है तो वह बिहार पर फोकस करेगी। वह नीतीश कुमार को यूनियन कैबिनेट में शामिल करके या किसी राज्य का गवर्नर बनाकर उन्हें खुश कर सकती है। पांच दशक से ज़्यादा समय से पॉलिटिकल मैदान में रहने के बाद उनकी उम्र और पॉलिटिकल पोजीशन को देखते हुए नीतीश के लिए यह एक अच्छा एग्जिट माना जा रहा है। सियासी जानकारों ने कहा कि इसके लिए भूमिका बनाई जा चुकी है। सियासी ड्रामे के लिए किरदार भी तय किए जा चुके हैं। सिर्फ बीजेपी सही समय का इंतजार कर रही है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि नीतीश ने अभी तक अपना उत्तराधिकारी नहीं बनाया है। ऐसी स्थिति में नीतीश की पार्टी भाजपा को मात नहीं दे पाएगी। इसके साथ ही, यदि नीतीश कुमार पहले की तरह पाला बदलने की कोशिश करते हैं तो बीजेपी जदूय में फूट डाल सकती है और फूट का फायदा उठाकर अपना सीएम बना सकती है।
वहीं, सोशल मीडिया पर इस तरह की भी चर्चा है कि यह चुनाव नीतीश का फेयरवेल इलेक्शन है। जनता ने इतना बड़ा मैनडेट नीतीश कुमार फेयरवेल के रूप में दिया है। इसके कारण भी ऐसी संभावना है कि 2027 के बाद बिहार में बीजेपी अपना सीएम प्रोजेक्ट कर सकती है।
Published on:
21 Nov 2025 10:13 am
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