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वर्क ऑर्डर के बिना वसूली ऑन: पब्लिक पार्क में पार्किंग केे लिए शुरू हो चुका है 50-50 रुपए का खेल

-नगर परिषद ने अभी तक पार्किंग का आदेश जारी नहीं किया -ठेकेदार का कार्मिक पहले ही शुरू कर चुका मनमानी वसूली

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  • श्रीगंगानगर.शहर के पब्लिक पार्क के पास वाहन पार्किंग को लेकर खुलेआम अवैध वसूली का खेल चल रहा है। हैरानी की बात यह है कि नगर परिषद ने अभी तक पार्किंग का वर्क ऑर्डर तक जारी नहीं किया। इसके बावजूद ठेकेदार का कार्मिक शनिवार को चौपहिया वाहनों से 50-50 रुपए वसूल करता हुआ देखा गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि न तो पुलिस ऐसी अवैध वसूली पर कार्रवाई कर रही है और न ही नगर परिषद का कोई जिम्मेदार अधिकारी स्थिति स्पष्ट करने पहुंचा।

ठेका कार्मिक के पैसे लेते हुए की वीडिया वायरल

  • शनिवार दोपहर गोल बाजार में खरीदारी करने पहुंचे सविंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने पब्लिक पार्क के पास गाड़ी खड़ी की, जहां एक युवक ने खुद को ठेकेदार रजत का कार्मिक बताते हुए 50 रुपए पार्किंग शुल्क मांगा। जबकि नगर परिषद के अनुसार चौपहिया वाहनों के लिए मात्र 20 रुपए शुल्क प्रस्तावित है और उसका वर्क ऑर्डर सोमवार तक जारी होने की संभावना है। इसके बावजूद ठेकेदार के कार्मिक ने प्रस्तावित दर से ढाई गुना अधिक राशि वसूल कर ली। राजस्थान पत्रिका के पास इसका वीडियो भी उपलब्ध है, जिसमें कार्मिक 50 रुपए वसूली करता हुआ साफ दिखाई दे रहा है। यह मामला तब और गंभीर हो गया है, जब नगर परिषद ने अभी तक इस पार्किंग का कार्यादेश तक जारी नहीं किया है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति की ओर से किसी भी प्रकार का शुल्क लेना कानूनन गलत है।

9.10 लाख में हुआ वार्षिक ठेका

  • नगर परिषद ने पब्लिक पार्क पार्किंग का वार्षिक ठेका 9.10 लाख रुपए में एक फर्म को दिया है। ई-टेंडर प्रक्रिया के दौरान सर्वाधिक बोली लगाने पर फर्म ने 25 प्रतिशत राशि जमा करवा दी थी और अनुबंध पर हस्ताक्षर भी हो चुके हैं। लेकिन वर्क ऑर्डर जारी नहीं होने के कारण वसूली का अधिकार अभी तक लागू नहीं हुआ है। वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद शेष 75 प्रतिशत राशि जमा करवाई जानी है। अनुबंध की प्रमुख शर्त के अनुसार प्रति चौपहिया वाहन 20 रुपए ही वसूले जाने हैं,जबकि दौपहिया वाहनों पर कोई शुल्क तय नहीं किया गया।

नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल

  • इससे पहले 24 अक्टूबर को भी पार्किंग स्थल पर व्यापारी रामलाल व उसके पुत्र के साथ पार्किंग कर्मियों का विवाद हो गया था। इसके बाद व्यापारियों ने धरना देकर अवैध वसूली बंद करवाने की मांग की थी। तब नगर परिषद ने पार्किंग को आगामी आदेश तक नि:शुल्क कर दिया था और नई ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। इसके बावजूद अवैध वसूली का दोबारा शुरू हो जाना नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है।

वर्जन

  • शहर के पब्लिक पार्क में वाहन पार्किंग का ठेका दिया गया है,लेकिन अभी तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुए हैं। सोमवार तक वर्क ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे। दोपहिया वाहन का कोई चार्ज प्रस्तावित नहीं है,जबकि चौपहिया वाहन के केवल 20 रुपए शुल्क तय हैं। यदि कोई 50 रुपए वसूल रहा है तो यह गलत है। पुलिस को इसकी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए।
  • -रविंद्र यादव, आयुक्त, नगर परिषद श्रीगंगानगर।