श्रीगंगानगर.जिले के शिक्षा ढांचे में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला। राज्य स्तर पर जारी की गई नई तबादला सूची में 620 प्रधानाचार्यों को बदला गया है, जिनमें श्रीगंगानगर जिले से करीब 18 प्रधानाचार्य शामिल हैं। इनमें से कई की फिर से घर वापसी हुई है और कई को जिला भर के विभिन्न विद्यालयों में इधर-उधर पुन: पदस्थापित किया गया है। विशेष बात यह है कि आदेशों में सभी को तुरंत शाला दर्पण के माध्यम से कार्यमुक्त होकर नई जगह कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि परीक्षाएं इसी समय चल रही हैं।
आम तौर पर परीक्षा अवधि के दौरान तबादले रोके जाते हैं या कार्यग्रहण परीक्षा बाद करवाया जाता है, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने इससे हटकर तत्काल कार्यभार ग्रहण का निर्देश जारी किया है। जिले के शिक्षाविदों के अनुसार यह निर्णय अचानक आया है और विद्यालयों में शिक्षण कार्य के समन्वय पर प्रभाव डाल सकता है।
कई प्रधानाचार्य..फिर से उसी कुर्सी पर आए
जिले में जारी सूची के अनुसार चित्तौडगढ़़ तबादला किए गए जयदेव भुंवाल की एडीईओ माध्यमिक पद पर घर वापसी हुई है। एडीईओ प्रारंभिक दिनेश कुमार को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मटका चौक श्रीगंगानगर में प्रधानाचार्य लगाया गया है,वहीं यहां से रामेश्वर लाल को एडीईओ प्रारंभिक बना दिया गया है। राजयकी महात्मा गांधी विद्यालय नंबर दो से वनीता शर्मा की पुन: प्रधानाचार्य के पद नियुक्ति की गई है और यहां से नीरू बिश्नोई को 58 एफ करणपुर स्कूल में भेजा गया है। लोकेश शर्मा को जैसलमेर से कैराचक प्रधानाचार्य लगाया गया है, पहले नेतेवाला में कार्यरत रहे सुनील यादव को 52 जीजी स्कूल में भेजा गया है। शहीद सुभाषचंद्र सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 9 में रूबी चौधरी को फिर से प्रधानाचार्य लगा दियाग या है,जबकि यहां से पायल महीपाल को 2 एफसी मुकन में भेजा गया है।
इनको यहां पर लगाया
इसी प्रकार मनदीप कौर को कैराचक से रामपुरा रामसरा रावतसर, गुरमीत कौर को जैतपुरा से डुंगरसिंहपुरा,लक्ष्णराम को टेकरा फलौदी से 70 एलएनपी में प्रधानाचार्य लगा गया है। नाचना से अरविंद पंवार को पन्नीवाली जाटान, बारलगढ़ (जैसलमेर) से हरीश कुमार को 29 बीबी, मेहरवाला से शैनेंटर कुमार को सिंहपुरा लगाया गया है। अमीचंद को मन्नीवाला से मानेवाला (सूरतगढ़) और प्रभजोत कौर को मिर्जेवाला से 16 बीबी में प्रधानाचार्य नियुक्त किया गया है।
फेरबदल से परीक्षा और निर्वाचन दोनों व्यवस्था पर प्रभाव
जिले में कई प्रधानाचार्य इस समय निर्वाचन विभाग के विशेष पुनरीक्षण कार्य में पीईईओ के तौर पर लगे हुए हैं। ऐसे में तबादलों की सूची ने क्षेत्र में असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। शिक्षकों का मानना है कि यह फेरबदल परीक्षा और निर्वाचन दोनों व्यवस्थाओं पर एक साथ दबाव पैदा कर रहा है।