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Vastu Tips for Attached Bathrooms: घर में है अटैच्ड बाथरूम? इन वास्तु टिप्स को करें फॉलों वरना बढ़ जाएंगी परेशानियां

Vastu Tips for Attached Bathrooms: अटैच्ड बाथरूम को सही दिशा, रंग, वेंटिलेशन, और साफ-सफाई के साथ वास्तु अनुसार सेट करने से बेडरूम की एनर्जी, नींद और समृद्धि बढ़ती है। छोटे बदलाव भी आपके घर में बड़ा सकारात्मक असर ला सकते हैं।

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Vastu Tips for Attached Bathrooms

बाथरूम के वास्तु टिप्स (pc: freepik)

Vastu Tips for Attached Bathrooms: आजकल मॉडर्न इंटीरियर में अटैच्ड बाथरूम आराम, सुविधा और लग्जरी का हिस्सा बन चुका है। लेकिन वास्तु के अनुसार इसकी सही जगह और सेटअप आपके बेडरूम की एनर्जी, नींद, सेहत और पैसों पर असर डाल सकते हैं। इसलिए अगर आपके बेडरूम से बाथरूम जुड़ा है, तो कुछ आसान वास्तु टिप्स आपकी स्पेस को पॉजिटिव और बैलेंस्ड बना सकते हैं।

बाथरूम की सही दिशा चुनें

वास्तु के अनुसार अटैच्ड बाथरूम के लिए नॉर्थ-वेस्ट (उत्तर-पश्चिम) और वेस्ट (पश्चिम) दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है। ये दिशाएं बेकार ऊर्जा को जल्दी बाहर निकालती हैं। साउथ-ईस्ट, साउथ-वेस्ट और नॉर्थ-ईस्ट दिशा में बाथरूम बनाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये दिशाएँ संवेदनशील होती हैं और घर में तनाव, नुकसान और बेचैनी ला सकती हैं।

टॉयलेट सीट की दिशा महत्वपूर्ण है

टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय आपका चेहरा उत्तर (North) या दक्षिण (South) की ओर होना चाहिए। पूर्व (East) की ओर मुंह करके बैठना अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि इससे मानसिक असंतुलन और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।

बाथरूम का दरवाजा सही जगह पर हो

बाथरूम का दरवाजा सीधे बिस्तर के सामने नहीं होना चाहिए। लकड़ी का दरवाजा सबसे अच्छा माना जाता है। इस्तेमाल के बाद दरवाजा हमेशा बंद रखें ताकि नेगेटिव एनर्जी बेडरूम में न आए।

शावर और सिंक की सही जगह

शावर, सिंक और वॉश बेसिन को नॉर्थ, ईस्ट या नॉर्थ-ईस्ट दिशा में रखना सबसे अच्छा होता है। ये दिशाएं पानी की शुद्ध करने वाली ऊर्जा के साथ तालमेल बैठाती हैं।

बेड की पोजिशन ध्यान से सेट करें

अपना हेडबोर्ड बाथरूम वाली दीवार से बिल्कुल न लगाएं। इस दीवार के पास सोने से बेचैनी, थकान और नींद की कमी हो सकती है।

हवा और खुशबू का सही फ्लो

अटैच्ड बाथरूम में अच्छी वेंटिलेशन ज़रूरी है। खिड़की या एग्जॉस्ट फैन लगाएं और कपूर, एसेंशियल ऑयल या अरोमाथेरेपी से स्पेस को ताजा रखें। ताजगी पॉजिटिव एनर्जी लाती है।

शीशे और रंगों का सही इस्तेमाल

बाथरूम में शीशे उत्तर या पूर्व की दीवार पर लगाएं और ध्यान रखें कि टॉयलेट सीट शीशे में दिखाई न दे। रंगों में हल्के व्हाइट, क्रीम, पेस्टल या लाइट ब्लू सबसे उपयुक्त हैं। लाल और काले रंग से बचें।

फालतू सामान हटाएं

टूटी हुई चीज़ें, खाली बोतलें और बेकार सामान जगह और एनर्जी दोनों को ब्लॉक करते हैं। टपकते नल या फ्लश तुरंत ठीक करवाएं—ये आर्थिक नुकसान का संकेत होते हैं।

वास्तु पिरामिड और नमक से बैलेंस बनाएं

बाथरूम और बेड के बीच वाली दीवार पर वास्तु पिरामिड लगाएं। हर हफ्ते कपूर या नमक का कटोरा बदलें—यह नेगेटिव एनर्जी को सोखने में मदद करता है।

एलिमेंटल एनर्जी को समझें

बाथरूम में पानी और हवा का ज्यादा प्रभाव होता है। इन्हें सही दिशा और साफ-सफाई से संतुलित रखने पर घर में शांति, हीलिंग और पॉजिटिविटी बढ़ती है।