सिंहस्थ 2028 के लिए ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक को लेकर अब स्थानीय नागरिक आंदोलन की राह पर उतर आए है। स्थानीय नागरिकों ने सोमवार से ओंकारेश्वर में तीन दिन पूर्ण बंद का ऐलान किया है। इसके पूर्व रविवार को यहां कुबेर भंडारी में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल द्वारा प्रभावितों की बैठक लेकर चर्चा की जानी थी, लेकिन सांसद यहां पहुंचे ही नहीं। जिसके बाद स्थानीय नागरिकों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया और आंदोलन की घोषणा कर डाली।
सिंहस्थ को लेकर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना ममलेश्वर लोक की जद में कई परिवार, प्रतिष्ठान, दुकानें, आश्रम आ रहे है। सबसे ज्यादा ब्रह्मपुरी क्षेत्र प्रभावित हो रहा है। लोगों की मांग है कि ममलेश्वर लोक का स्थान परिवर्तन किया जाए। जिसके चलते विरोध के स्वर तेज होते जा रहे है। शनिवार को सांसद की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ओंकारेश्वर के पार्षदों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई थी। प्रशासन का साफ कहना था कि सरकार की योजना में स्थान परिवर्तन संभव नहीं है। जिसके बाद स्थानीय नागरिकों में भय के साथ आक्रोश बढ़ गया है। सांसद के रविवार को नहीं आने से प्रभावितों का धैर्य जवाब दे गया और अब आंदोलन की तैयारी में है।
सांसद से फोन पर की चर्चा, नहीं बनी बात
रविवार को एक बार फिर प्रभावित व स्थानीय नागरिक जोड़ गणपति हनुमान मंदिर आश्रम में एकत्रित हुए। यहां षड्दर्शन संत मंडल अध्यख महंत मंगलदास त्यागी महाराज के नेतृत्व में बैठक हुई। लोग सांसद पाटिल का इंतजार करते रहे। उनके नहीं आने की सूचना पर मंगलदास महाराज ने फोन पर बात की। सांसद ने कहा इसके लिए सीएम से मिलकर ही चर्चा करेंगे। सांसद के जवाब से असंतुष्ट लोगों ने बंद का ऐलान कर दिया। सोमवार से तीन दिन दुकानें, गेस्ट हाउस, प्रतिष्ठान, टैंपों, नाव, प्रतिष्ठान सभी बंद रखे जाएंगे।
ये हुआ अब तक…
-सितंबर में राज्य सरकार ने ममलेश्वर लोक की घोषणा की और बजट स्वीकृत किया।
-एक पखवाड़ा पहले प्रशासन ने ममलेश्वर लोक के सर्वे कराने की तैयारी शुरू की।
-रहवासियों के विरोध के चलते विधायक ने प्रतिनिधि मंडल के साथ सीएम से चर्चा की।
-सीएम ने आश्वासन दिया, लेकिन पिछले सोमवार को सर्वे की कार्रवाई आरंभ हो गई।
-लोगों के विरोध के बाद सांसद के आश्वासन पर मंगलवार से प्रशासन ने सर्वे रोक दिया।
-शुक्रवार को विरोध स्वरूप ब्रह्मपुरी क्षेत्र में दुकानें, प्रतिष्ठान सभी बंद रहे।
-शनिवार को प्रभावितों और संतों की बैठक हुई, जिसमें आगे की रणनीति बनाई गई।
-शनिवार शाम को प्रशासन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बैठक में योजना की जानकारी दी।
-रविवार को जोड़ गणपति मंदिर में बैठक के बाद तीन दिन बंद का ऐलान किया गया।
कांग्रेस भी आई प्रभावितों के समर्थन में
ममलेश्वर लोक के प्रभावितों के समर्थन में अब कांग्रेस भी आगे आई हैै। कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तमपाल सिंह ने कहा कि यदि ममलेश्वर लोक बनाना है तो पहले ओंकारेश्वर की जनता को विश्वास में लो। उन्हें बताया जाए कि किसका मकान टूटेगा, किसे पुनर्वास मिलेगा, कौन-सी योजना लागू होगी। जनप्रतिनिधियों का काम जनता के लिए लडऩा है, न कि सरकार की तरफ से जनता के खिलाफ खड़े होना। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस अन्याय के समय पूरी मजबूती से ओंकारेश्वर की जनता के साथ है और यदि किसी प्रकार का गलत एवं एकतरफा निर्णय लिया गया, तो कांग्रेस उसका पुरजोर विरोध करेगी।