दुर्घटनाओं में एक वजह ट्रैक्टर ट्रॉली भी है। ट्रॉली में पीछे न लाइट नहीं होती है। इधर रात में सड़क किनारे ही लोग ट्रैक्टर ट्रॉली खड़ी कर देते हैँ। ऐसे में पीछे से आ रहे वाहन चालक को दूर से ट्राली नजर नहीं आती। पास आने पर ही उसे पता चलता है कि सामने ट्राली खड़ी है, जब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इस तरह के हादसों को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने एक पहल की है। शनिवार दोपहर में पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी लाइन लगी रही। कंट्रोल रूम के सामने एसपी राय, एएसपी महेंद्र तारणेकर, एएसपी राजेश रघुवंशी, यातायात डीएसपी अनिल कुमार राय और ट्रैफिक थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह परिहार ने ट्रॉलियों के पीछे रेडियम रिफ्लेक्टर स्टिकर लगाए।
राहवीर योजना को लेकर बुकलेट जारी
इस अवसर पर राहवीर योजना के अंतर्गत दिशा निर्देश दिए। इस योजना को लेकर एक बुकलेट भी जारी की गई। एसपी ने जारी बुकलेट को आम नागरिकों बीच प्रचार प्रसार के लिए जिले के यातायात पुलिस सहित समस्त राजपत्रित अधिकारी व थाना एवं चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए। इस योजना के तहत एक्सीडेंट के पश्चात गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचाने पर 25 हजार रुपए इनाम दिया जाता है।