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भारतमाला का यह हिस्सा बना ‘मौत का एक्सप्रेस-वे’, इन वजह से हो रहे हादसे, ग्रामीणों में रोष

देशभर में तेज रफ्तार यातायात के सपने को पंख देने वाली भारतमाला एक्सप्रेस-वे का सांचौर-सांगाणा खंड इन दिनों हादसों का पर्याय बन चुका है।

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फोटो पत्रिका

बागोड़ा (जालोर)। देशभर में तेज रफ्तार यातायात के सपने को पंख देने वाली भारतमाला एक्सप्रेस-वे का सांचौर-सांगाणा खंड इन दिनों हादसों का पर्याय बन चुका है। पिछले एक वर्ष में इस एक्सप्रेस-वे पर दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोग अब इसे मौत का एक्सप्रेस-वे कहने लगे हैं। हालात यह है कि यहां आए दिन वाले हादसों में किसी का सुहाग उजाड़ रहा है तो किसी घर के चिराग बुझ रहे हैं।

विभागीय उदासीनता के चलते इन हादसों से ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। सांगाणा से अमृतसर तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा कर इसे सरकार को सुपुर्द कर दिया गया है। लेकिन सांगाणा फाटा से जामनगर तक का महत्वपूर्ण हिस्सा अब तक अधूरा है। यह वही क्षेत्र है जहां सबसे अधिक हादसे हो रहे हैं। सवाल यह है कि जब तक यह खंड आधिकारिक रूप से सरकार को सौंपा ही नहीं गया है तो इस पर भारी वाहनों का संचालन कैसे हो रहा है। बुधवार शाम को भी गांवड़ी के पास सड़क हादसे में गुजरात के एक व्यक्ति की मौत हो गई।

अवैध ढाबों ने दुर्घटनाओं की आशंका

एक्सप्रेस-वे किनारे संचालित अवैध ढाबे और दुकानों की भरमार भी दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। ये ढाबे बिना अनुमति संचालित हो रहे हैं। ढाबे देखकर चालक वाहन को सड़क किनारे खड़े कर देते है। तेज रफ्तार से आते वाहन अक्सर संतुलन खो देते हैं और हादसा हो जाता है।

इन वजह से हो रहे हादसे

अधूरा निर्माण, आधे-अधूरे डाइवर्जन, ऊबड़-खाबड़ मार्ग, रात में रोशनी का अभाव और चेतावनी संकेतों की कमी के चलते चालक अक्सर अचानक आने वाले मोड़ों और निर्माण अवरोधों को देख ही नहीं पाते है। अचानक गलत लेन में सामने से वाहन आ जाता है। कभी भी सड़क पर एक साथ अवरोधक लगा नजर आता है। ऐसे में तेज गति में वाहन को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।

निर्देशों के बावजूद नहीं सुधर रही स्थिति

कलक्टर, एसपी और जिले के अन्य आला अधिकारी कई बार एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा मानकों को सुधारने और अवैध ढाबों पर कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस है।

भारतमाला एक्सप्रेस वे पर हुई मौतें, एक नजर

-28 अक्टूबर को सांचौर में एक ही लेन पर गलत दिशा से आ रही लग्जरी कार व अन्य कार की टक्कर में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हुई थी।

-30 अक्टूबर को बागोड़ा में गलत साइड से आ रही कार की टक्कर से बाइक सवार की मौत

-2 नवंबर को ट्रक बाइक की टक्कर में दो जनों की मौत

-14 नवंबर को खेतलावास आलवाड़ा सरहद में रोंग साइड से आ रहे ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी। जिसमें एक युवक की मौत हो गई।

-19 नवंबर को गांवडी सरहद में भारतमाला पर कार रेलिंग में घुसने से एक की मौत