
बीठन में नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने की चल रही कवायद। फोटो- पत्रिका
जालोर। जालोर में औद्योगिक विकास की प्रबल संभावनाओं को देखते हुए नए औद्योगिक क्षेत्रों की घोषणाएं की गईं। 2022 और 2023 में घोषित हुए औद्योगिक क्षेत्रों में विकास तो दूर, अब तक इन क्षेत्रों में आवंटन की प्रक्रिया के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
तत्कालीन जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने जालोर जिले के रामसीन क्षेत्र के बीठन में औद्योगिक विकास का सपना देखा था, जहां औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की प्रक्रिया 3 साल से धीमी गति से चल रही हैं, जबकि अन्य घोषित औद्योगिक क्षेत्र तो फाइलों से भी बाहर नहीं निकल पाए हैं।
बीठन औद्योगिक क्षेत्र
करीब 3 साल पूर्व औद्योगिक क्षेत्र स्थापना के लिए इसकी घोषणा हुई। 116 हेक्टेयर क्षेत्र में से प्रथम चरण में 49 हेक्टेयर में 80 प्लॉट का आवंटन होना था, लेकिन अभी धरातल पर औद्योगिक इकाइयां स्थापित नहीं हो पाई हैं। यहां सिरेमिक टाइल्स हब तैयार करने की योजना थी।
उनडी औद्योगिक क्षेत्र
सायला क्षेत्र में औद्योगिक विकास और एग्रो प्रोडक्ट की भरमार को देखते हुए पहले पांथेड़ी का चयन हुआ, लेकिन वहां गोचर भूमि होने के कारण बाद में उनडी का चयन किया गया। राज्य सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए 20.30 हेक्टेयर भूमि आवंटित की, लेकिन आगे की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।
खेड़ा धनारी का मामला ठंडे बस्ते में
वर्ष 2022 के बजट में आहोर क्षेत्र में भाद्राजून के पास खेड़ा धनारी में औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा की गई थी। तीन साल गुजर जाने के बावजूद इस मामले में किसी प्रकार की प्रगति नहीं हुई है। खास बात यह है कि आज तक जमीन का आवंटन भी नहीं हो पाया है।
बिलड़ में औद्योगिक क्षेत्र
रानीवाड़ा क्षेत्र के पास बिलड़ में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए वर्ष 2023 में घोषणा हुई। यहां औद्योगिक क्षेत्र के लिए 15.68 हेक्टेयर भूमि का आवंटन किया जा चुका है। पूरे क्षेत्र में मूंगफली, जीरा, आलू समेत अन्य एग्रो प्रोडक्ट होते हैं, जो गुजरात जाते हैं। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए यहां औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा हुई, लेकिन यह अभी ठंडे बस्ते में है।
सरनाऊ औद्योगिक क्षेत्र
सरनाऊ में औद्योगिक क्षेत्र स्थापना की घोषणा की गई। यहां आवंटित क्षेत्र पूर्व में भेड़-ऊन विभाग के लिए आरक्षित था। अनापत्ति के लिए स्थानीय स्तर से मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। इस पूरे मामले में सरनाऊ औद्योगिक क्षेत्र भी अटका पड़ा है।
घोषित औद्योगिक क्षेत्रों को स्थापित करने और विकास के लिए कार्य करवाए जाएंगे। उनडी और बिलड़ में जो जमीन घोषित हुई, उसमें कुछ हिस्सों पर अतिक्रमण है, जिसे मुक्त करवाने की प्रक्रिया चल रही है।
Updated on:
27 Nov 2025 05:33 pm
Published on:
27 Nov 2025 05:29 pm
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