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Jalore Crime: जालोर में गणपतसिंह हत्याकांड, 9 दिन से भूखी बैठी मां, अब महापड़ाव शुरू

Ganpat Singh Murder: जालोर में गणपतसिंह हत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर परिजनों का जारी धरना अब सर्व समाज के महापड़ाव में बदल गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

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धरना स्थल पर मामले की जानकारी लेेते सांसद। फोटो- पत्रिका

जालोर। मांडोली के गणपतसिंह हत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर परिजनों का धरना और भूख हड़ताल 9 दिन से जारी है, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर मंगलवार को सर्व समाज ने महापड़ाव शुरू कर दिया।

कलक्ट्रेट के समक्ष प्रकरण के खुलासे की मांग को लेकर परिजन, समाज के लोग और अन्य संगठन प्रतिनिधि जुटे। बता दें कि प्रकरण के खुलासे की मांग को लेकर मृतक गणपतसिंह की 80 वर्षीय मां समेत परिजन धरने पर बैठे हैं। धरना-प्रदर्शन के बावजूद पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, जिस पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगे हैं।

पहले भी हो चुका धरना-प्रदर्शन

गौरतलब है कि 16 माह पूर्व मांडोली में गणपतसिंह की हत्या के बाद परिजनों ने प्रकरण दर्ज करवाया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच-पड़ताल के नाम पर लीपापोती करती रही और आज तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है। दूसरी तरफ परिजन, समाज के लोग इस अवधि के दौरान 4 बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

सांसद पहुंचे, मामले की जानकारी ली

इससे पहले सोमवार को सांसद लुंबाराम चौधरी धरना स्थल पर पहुंचे और परिजनों से मिले। इस दौरान एसपी शैलेंद्रसिंह इंदौलिया भी मौके पर पहुंचे। सांसद ने घटनाक्रम की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के साथ अब तक की कार्रवाई के बारे में तथ्यात्मक जानकारी ली।

किसानों ने दिया समर्थन

राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पूनासा भी सोमवार को धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान मामले की जानकारी ली और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए जालोर ही नहीं सिरोही से भी किसान महापड़ाव में जुटेंगे।