
Photo: AI generated
भीनमाल। लूणी-समदड़ी-भीलड़ी 270 किमी रेलखंड के दोहरीकरण कार्य ने अब रफ्तार पकड़ी है। यह काम 4 भागों में चल रहा है। इस खंड में अलग से ट्रैक बिछाने के लिए अर्थ वर्क का कार्य करीब-करीब पूरा हो गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यह कार्य 2028 में पूरा हो जाएगा। ऐसे में क्षेत्र में यात्री गाड़ियां समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। साथ ही लंबी दूरी की ट्रेन भी चलेगी।
जानकारों का कहना है कि लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड रेलवे का अहम रूट है। यह रेलखंड खासकर कांडला पोर्ट को देश के उत्तर-पश्चिम के शहरों को जोड़ता है। पोर्ट से उतरने वाला सामान समय पर उत्तरी प्रदेशों में पहुंच जाता है। रेल सुविधाओं का विस्तार होने से रेल का सफर सुगम होगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार भीलड़ी से रामसन 26 किलोमीटर व लूणी से समदड़ी 50 किलोमीटर तक दोहरीकरण कार्य समय पर पूरा हो जाएगा। लूणी-समदड़ी-भीलड़ी 270 किमी इस रेलखंड पर 30 स्टेशन है।
इस रेल खंड के दोहरीकरण से क्षेत्रवासियों को काफी फायदा मिलेगा। यात्री रेल सुविधाओं का विस्तार होगा। लंबी दूरी की ट्रेनें बढ़ेगी। इसके अलावा पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेन निर्धारित समय पर गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। वर्तमान में इस रूट पर रोजाना दो पैंसेजर ट्रेनों के साथ दो एक्सप्रेस ट्रेनों की आवाजाही है। इसके अलावा द्विसाप्ताहिक व सप्ताह में तीन, साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन संचालित हो रही है। दरअसल, 2010 में समदडी-भीलड़ी 223 किलोमीटर रेलखंड का आमान परिवर्तन हुआ था। 2024 में इस खंड का विद्युतीकरण हुआ है।
270 किमी लंबे लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेलखंड में दोहरीकरण के साथ विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। इस कार्य को समय पर पूरा करने के लिए चारों भागों में चल रहा है। लूणी से बिशनगढ़, बिशनगढ़ से मोदरान, मोदरान से कोड़ी व कोड़ी से भीलड़ी तक चार भागों में कार्य चल रहा है। इस खंड में करीब 300 नदी-नाले है। ऐसे में इन नदी-नालों पर पुल बनाए जा रहे है।
छोटे-छोटे नदी-नालों पर पुल का निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा हो गया है। इसके अलावा 26 मेजर पुल व तीन हाई मेजर पुल का कार्य चल रहा है। दूंदाड़ा व दूदिया के बीच स्लीपर बिछाने का कार्य भी चल रहा है।
Updated on:
26 Nov 2025 05:33 pm
Published on:
26 Nov 2025 02:22 pm
बड़ी खबरें
View Allजालोर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
