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दो दिन चला अतिक्रमण हटाने का अभियान, कार्रवाई रुकते ही फिर सड़क किनारे खड़े हो हाथठेला

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई बनी दिखावा, चौराहे पर लग रहा जाम, परेशान हो रहे वाहन चालक

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The encroachment removal drive continued for two days, and as soon as the action stopped, handcarts started standing on the roadside again.

सड़क किनारे हाथठेलों के कारण चौराहे पर लगा जमा

बीना. नगर पालिका की अतिक्रमण हटाने की दो दिन की कार्रवाई के बाद शहर में हालात फिर पहले जैसे हो गए हैं। मुख्य मार्गों, बाजारों और चौराहों पर दुकानदारों ने दोबारा कब्जा जमा लिया है, जिससे पैदल चलने वालों और वाहन चालकों की आवाजाही कठिन हो गई है। लोगों का कहना है कि नगर पालिका हर बार कुछ दिन का दिखावा करती है, लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कभी गंभीरता नहीं दिखाती।

अभियान के दौरान पहले दिन बड़ी संख्या में दुकानें, ठेले, अवैध शेड और सड़कों पर फैलाया गया सामान हटाया गया था। अधिकारियों ने सख्ती दिखाते हुए चेतावनी भी दी कि दोबारा अतिक्रमण पाया गया, तो जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन कार्रवाई खत्म होते ही लोगों ने फिर धीरे-धीरे अपना कब्जा जमा लिया। मुख्य बाजार, बस स्टैंड रोड, स्टेशन रोड पर एक बार फिर पहले जैसी भीड़भाड़ और अव्यवस्था नजर आने लगी है। नगर पालिका से मांग की है कि केवल दिखावा करने वाली कार्रवाई न करें, बल्कि स्थायी अतिक्रमण हटाने व लोगों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाए तभी शहर की अव्यवस्था दूर होगी।

केवल सुर्खियां बटोरने की जाती है कार्रवाई

यह पहला मौका नहीं है जब नगर पालिका ने अभियान चलाया हो। कुछ महीनों में कार्रवाई होती है, मीडिया में सुर्खियां बनती हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में पूरा शहर फिर अतिक्रमण की जद में आ जाता है। लोगों ने कहा कि यदि नगर पालिका लगातार निगरानी रखे और रोजाना जांच करें तो स्थिति कभी भी इतनी खराब न हो।

निकलना हुआ मुश्किल

महिलाओं और बुजुर्गों के लिए संकरी हो चुकी सड़कों से निकलना मुश्किल हो गया है। वाहन चालकों को जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, जबकि स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को भी रोजाना परेशानी उठानी पड़ रही है। व्यापारियों की मनमानी और प्रशासन की कमजोरी का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।