करदाताओं के लिए राहत भरा कदम
इनकम टैक्स एक्ट में हुए बदलाव भारत की कर प्रणाली को आधुनिक, सरल और करदाता-अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। देर से रिटर्न पर रिफंड की अनुमति देना और जानबूझकर गलती न करने पर पेनल्टी माफ करने का प्रावधान करदाताओं के लिए एक राहत भरा कदम है। इससे करदाताओं और सरकार के बीच विश्वास बढ़ेगा। - डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर
फायदेमंद साबित होगा
2025 के नए इनकम टैक्स एक्ट में आम लोगों, छोटे टैक्सपेयर्स और सीनियर सिटीजन्स के लिए टैक्स देना आसान और सस्ता हो गया है। नए टैक्स स्लैब्स और अधिक छूट से लाखों लोगों को सीधा फायदा मिला है। रिटर्न भरना आसान हो गया है। रिफंड जल्दी मिलता है और अब सीनियर सिटीजन्स की भी ज्यादा बचत पर टैक्स नहीं कटेगा। नया बदलाव आम जनता के लिए फायदेमंद हैं और टैक्स का बोझ कम हुआ है। - पूर्वा जोशी, श्रीमाधोपुर
मध्यमवर्गीय परिवारों को मिली बड़ी राहत
हाल में 1961 के पुराने इनकम टैक्स एक्ट में हुए बदलाव को आम जनता के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। यह टैक्स बिल भारत के मिडिल क्लास को आर्थिक तौर पर स्वतंत्र बनाएगा क्योंकि 12 लाख तक की आय पर कर न लगने के साथ ही आकलन की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी एवं अनावश्यक दंड को भी हटाया जाएगा। इस बदलाव ने देश की आर्थिक प्रणाली को अधिक आसान बनाया है। - आदित्य शेखर, इंदौर
करदाताओं को फायदा
नई इनकम टैक्स स्लैब में कर दाताओं को काफी राहत दी गई है। अब स्लैब के अनुसार बारह लाख तक आय पर कोई कर नहीं लग रहा है। इससे लोगों का सालाना कर बचेगा। औसत रूप से देखा जाए तो अब कर से राहत के बाद इंसान कुछ खर्च करने की सोच सकता है। नई नियमावली में सरल भाषा में आयकर के नियम है, जिन्हें आम आदमी आसानी से समझ सकते हैं। - निर्मला वशिष्ठ, अलवर
Published on:
13 Aug 2025 07:31 pm